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School Reopen : जानिए- क्‍या है कोरोना के बीच स्‍कूलों को खोलने पर अभिभावकों की राय

 






नई दिल्‍ली, जेएनएन। कोविड-19 महामारी के पांव पसारने के साथ ही देश में सबसे पहले स्कूलों को बंद किया गया था और संभवत: स्कूल ही होंगे जो सबसे बाद में खुलेंगे। स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय जैसे कई शैक्षणिक संस्थान देश में लॉकडाउन लगने से पहले ही बंद हो गए थे। इसके बाद से ही शिक्षा ऑनलाइन संसाधनों के भरोसे रही। सरकार ने स्कूलों को छोड़कर लगभग सभी क्षेत्रों से प्रतिबंधों को हटा लिया है।


कोरोना वायरस संक्रमण की वैक्सीन आने के बाद कुछ राज्यों में स्कूल फिर से खुल रहे हैं। ऐसे में सामुदायिक इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म लोकल सर्कल्स ने देश के 224 जिलों में बच्चों के माता-पिता से करीब 19 हजार प्रतिक्रियाएं लीं। जिसमें सामने आया है कि 69 फीसद लोग चाहते हैं कि स्कूल अप्रैल 2021 या उसके बाद खुलने चाहिए।


भारत में कोविड-19 के हालिया मामलों में दैनिक गिरावट को देखते हुए स्कूलों को फिर से खोलने को लेकर आपकी क्या राय है? दरअसल, कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर पहले से ही लोगों के दिलों में खौफ था। अब इस जानलेवा वायरस के नए स्‍ट्रेन के सामने आने से लोगों का डर और बढ़ गया है। ऐसे में माता-पिता अपने बच्‍चों की पढ़ाई से ज्‍यादा स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।अभिभावकों से जब यह पूछा गया कि यदि अप्रैल 2021 तक स्कूली बच्चों के लिए कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध कराई जाती है, तो क्या आप इसे अपने बच्‍चे को देने पर विचार करेंगे? इस सवाल के जवाब में लोग असमंजस में नजर आए।

 बता दें कि कोरोना वायरस की वैक्‍सीन को लेकर काफी भम्र फैलाया जा रहा है। कुछ लोग इसकी विश्‍वसनीयता पर भी सवाल उठा रहे हैं। हालांकि, भारत सरकार ये साफ कर चुकी है कि वैक्‍सीन एकदम सुरक्षित है और इसे विशेषज्ञों की राय के बाद ही मंजूरी दी गई है।अगले सत्र में स्‍कूल खोलने की मांग करनेवाले अभिभावकों की संख्‍या तीन महीने में दोगुनी हो गई है। 

सितंबर 2020 में 34 फीसद अभिभावक अगले सत्र में स्‍कूल खोलने की मांग कर रहे थे। वहीं, दिसंबर में ये आंकड़ा 70 फीसद के करीब पहुंच गया है। दिसंबर में 69 फीसद अभिभावक अगले सत्र में स्‍कूल खोलने के पक्ष में हैं।

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