विधायक बंधु तिर्की ने किया ऐलान, 14 अक्तूबर को पूर्वी सिंहभूम के हर प्रखंड में ज़मीन लूटपाट के ख़िलाफ़ होगा प्रदर्शन
आज कदमा भाटिया बस्ती में झारखंड जनतांत्रिक महासभा द्वारा आयोजित झारखंडियों के जमीन लूट विषय पर उलगुलान विषय पर संगोष्टि आयोजित किया गया. जिसमे मुख्य अतिथि और वक्ता के रूप में मांडर के विधायक बंधु तिर्की थे.
बंधु तिर्की ने बताया कि रघुवर सरकार के समय बड़े पैमाने पर ऑनलाइन के माध्यम से झारखंडियों के जमीन का घोटाला हुआ है. इसके खिलाफ झारखंड के तमाम जन संगठनों को मिलकर उलगुलान करने का आह्वान करने का आह्वन किया.
कार्यक्रम में घोषणा किया कि 14 अक्टूबर को शहीद देवेंद्र माझी के शहादत दिवस के अवसर पर पूर्वी सिंहभूम के सभी 12 प्रखंडों पर जमीन संबंधी मामलों को लेकर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए प्रदर्शन किया जाएगा.
संगोष्टि में निम्न प्रस्ताव पारीत किया गया.
1) वर्तमान स्थानीय नीति को बदलकर 1932 के खतियान को आधार मानकर नया स्थानीय नीति बनाने की माँग करते हैं।
2) बाहरियों द्वारा झारखंडी लोगो का हो रहे जमीन लूट का विरोध करते हैं तथा झारखंडी लोगो के लूटे हुए जमीन को वापस कराने का हरेक स्तर पर संघर्ष करने का जिम्मेदारी लेते हैं।
3) वर्तमान में झारखंड के शिड्यूल एरिया में हुए शिक्षक नियुक्ति तथा नियोजन नीति पर आए हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तथा सड़कों पर लड़ने का फैसला करते हैं।
4) पिछले भाजपा सरकार के समय झारखंड में बड़े बड़े पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए आए लैंड बैंक के नीति का विरोध करते हैं तथा इसके पूर्ण वापसी तक जनता के पक्ष में आंदोलन का निर्णय लेते हैं।
5) झारखंड में प्राइवेट और सरकारी कम्पनियों द्वारा झारखंडियों के जमीन को अधिग्रहित करने के 5 साल के बाद भी कार्य तथा उत्पादन नहीं कर पाने की स्थिति में उन सभी जमीनों को मूल रैयत को वापस दिलाने के लिए कानूनी तथा सड़कों पर लड़ाई करने का निर्णय लेते हैं।
6) गोड्डा में लगे अडानी पॉवर प्लांट परियोजना को झारखंड सरकार द्वारा रदद् करने की माँग करते हैं।
7) CNT/SPT कानून को सख्ती से पालन करवाने का निर्णय लेते हैं।
8) पांचवी अनुसूची के संविधान प्रदत्त सभी अधिकारों को पूर्णतः लागू कराने की माँग करते हैं।
9) भाजपा सरकार में झारखनी जनता के ऊपर थोपे गए सभी फर्जी केस को खत्म करने का माँग करते हैं।
10) TAC के अध्यक्ष पद को आदिवासी के लिए सुरक्षित करने का माँग करते हैं।
11) कृषक समाज, वन पर आश्रित समाज, भूमिहीन मजदूर तथा हुनरमंद जातियों को अलग अलग से ध्यान में रखते हुए झारखंड में नयी रोजगार नीति को बनाने का माँग करते हैं।
12) झारखंड के कैटल एक्ट को बदलकर गाय तथा गौमांस के प्रतिबंध को खत्म करने का माँग करते हैं।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से अजित तिर्की, कृष्णा लोहार, विष्णु गोप, सुनील हेम्ब्रम, दीपक रंजीत, डॉ. भवेश महतो, ललन प्रसाद, राजू राव, गुगुल महतो, सोमनाथ पड़िया, दीपक लकड़ा, संजय कर्मकार, रमेश मुखी, बिश्वनाथ, खुदीराम टुडू, महद मोहन सोरेन, बाबू नाग आदिल लोग मुख्यरूप से उपस्थित थे.
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